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दर्दनाक हादसा: ट्यूशन जाने की बात कहकर नदी में नहाने गए छात्र की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

दर्दनाक हादसा: ट्यूशन जाने की बात कहकर नदी में नहाने गए छात्र की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

उधम सिंह नगर: गौरतलब हो कि इन दिनों उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश का कहर जारी है जिसके चलते मैदानी इलाकों सहित पर्वतीय इलाकों में नदी नाले तूफान पर है लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग नदी में नहाने के लिए उतर रहे हैं और खुद काल का शिकार बन रहे हैं।  ऐसी ही कुछ खबर उधम सिंह नगर जिले से सामने आ रही है। काशीपुर में दोस्तों के साथ घर से ट्यूशन के लिए निकले कक्षा छह के छात्र की नदी में डूबने से मौत हो गई। उसके तीन साथियों को आसपास मौजूद लोगों ने नदी के तेज बहाव से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

 

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परिजनों के अनुसार ढेला में पिचिंग के लिए डाले गए लोहे के जाल में पैर फंसने से छात्र ऊपर नहीं आ सका।कुंडा थाना क्षेत्र के आदर्श नगर निवासी हेमराज सिंह जिला मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के सुरजननगर डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं। मंगलवार शाम उनका बेटा शशांक अपने तीनों दोस्तों जतिन प्रताप सिंह (12) पुत्र ओंकार सिंह, कार्तिक (13) पुत्र राकेश कुमार और भानू (12) पुत्र उदयवीर के साथ 5 से 6 बजे ट्यूशन जाने की बात कहकर घर से निकला था। चारों ट्यूशन के बजाय घर से कुछ दूरी पर बहने वाली ढेला नदी में नहाने चले गए।

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इसी दौरान शशांक का पैर नदी के तेज बहाव में फिसल गया और नदी में डूबने लगा। शशांक को बचाने के प्रयास में अन्य तीनों बच्चे भी ढेला नदी में डूबने लगे। चीख-पुकार सुनकर पास में क्रिकेट खेल रहे युवकों ने जतिन, कार्तिक और भानू को बचाकर पास के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।

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शशांक का पता नहीं चला। बाद में गोताखोरों की मदद से शशांक को बाहर निकालकर सीपीआर दिया गया लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों के मुताबिक बाईपास के पास ढेला नदी में पिचिंग कार्य चल रहा है। जहां पत्थरों की पिचिंग के लिए नदी में लोहे का जाल डाला गया है। जाल में शशांक का एक पैर फंस गया और वह ऊपर नहीं आ पाया। शशांक तीन भाईयों में सबसे छोटा था। दोपहर में उसका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया।