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कल 12 मई को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट, 15 कुंतल फूलों से सजाया जा रहा मंदिर

कल रविवार 12 मई को खुलेंगे  बदरीनाथ धाम के कपाट, 15 कुंतल फूलों से सजाया जा रहा मंदिर

चारधाम : केदारनाथ, गंगोत्री- यमुनोत्री के कपाट बीते शुक्रवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं और अब बदरीनाथ धाम के कपाट कल यानी रविवार को खुलेंगे। भगवान बदरीनाथ की डोली आज शनिवार को धाम पहुंच गई है।

बदरीविशाल की जयकारों के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचे हैं। 15 कुंतल फूलों से बदरीनाथ मंदिर को सजाया जा रहा है। कल रविवार सुबह छह बजे बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

 

सबसे पहले भगवान बदरी विशाल को यात्राकाल में लगाए जाने वाले तेल को पिराने(पीसने) की प्रक्रिया शुरू हुई। परंपरा है कि भगवान बदरी विशाल को प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में चार बजे स्नान कराया जाता है। स्नान के उपरांत तिलों के तेल से भगवान बदरी विशाल का लेपन (मालिश) की जाती है।


तिलों के तेल को भगवान के अभिषेक के लिए शुद्ध माना जाता है। साथ ही इसे अखंड ज्याति में भी प्रयोग किया जाता है। इसलिए इस तेल को सिलबट्टे पर पीसा जाता है। जिससे इसमें कोई मिलावट न हो। परंपरा है कि यह तेल सुहागिन महिलाएं ही पिरोती हैं। यह तेल टिहरी राजदरबार की महारानी के साथ मिलकर पीसा जाता है। इसके बाद इसे एक कलश में रखा जाता है जिसे गाडू घड़ा कहते हैं।