Bagchhat

आपके मन को कर दे बगछट

यहां शिक्षकों की विदाई पर भावुक हुए छात्र/छात्राएं और स्थानीय लोग

यहां शिक्षकों की विदाई पर भावुक हुए छात्र/छात्राएं और स्थानीय लोग

सनातन संस्कृति में गुरु को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया गया है. एक गुरु ही है जो हमें सही और गलत का अंतर समझाते हैं, और एक सच्ची राह दिखाते हैं,  इसलिए शिक्षकों को शिष्य का सच्चा पथ प्रदर्शक कहा जाता है. यही कारण है कि शिक्षक विदा लेते हैं तो हर कोई भावुक हो जाता है, ऐसी ही तस्वीरें सामने आयीं हैं रुद्रप्रयाग जनपद के राजकीय इंटर कॉलेज घंगासू बांगर से यहां जब दो शिक्षकों की विदाई हुई तो हर किसी की आखें भावुक थी.


आपको बता दें कि राजकीय इंटर कॉलेज घंगासू बांगर में साल 2011 से बृजेंद्र सिंह राणा (प्रवक्ता भूगोल) और मोहिंदर सिंह (प्रवक्ता जीव विज्ञान) अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन जब 13 बाद दोनों शिक्षकों की अन्य स्कूलों में तैनाती हुए तो जनता भावुक हो गयी,
स्कूली बच्चों, अभिभावकों के साथ साथ शिक्षकों की आंखों में भी आंसू थे.
स्थानीय जनता ने दोनों शिक्षकों को फूल माला पहनाकर कर भव्य विदाई दी.