Bagchhat

आपके मन को कर दे बगछट

सरकार के झूठे दावे, डंडी-कंडी के सहारे मरीज अस्पताल पहुँचाए जा रहे , सड़के आज भी कई गांवों मे है लापता

सरकार के झूठे दावे, डंडी-कंडी के सहारे मरीज अस्पताल पहुँचाए जा रहे , सड़के आज भी कई गांवों मे है लापता

चमोली : थराली मे सरकार भले ही गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के दावे करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है। प्रदेश में आज भी कई गांवों में डंडी-कंडी यहां एंबुलेंस का काम करती है। गांव में कोई बीमार हो जाता है, उसे आज भी पुराने ढर्रे से हॉस्पिटल तक पहुंचाया जाता है।

पौड़ी जिले के कोट ब्लॉक में खुलेगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पूरी खबर पढ़े

कुछ ऐसा ही विकासखंड देवाल के अंतर्गत यातायात से वंचित सुदूरवर्ती गांव बलाण से सामने आया है। जहां प्रसूता के बाद युवती की तबीयत बिगड़ने पर लोगों तीन किलोमीटर डंडी-कंडी के सहारे मोटर सड़क तक लाए, जिसके बाद महिला को हॉस्पिटल तक पहुंचाया गया ।

अजब गजब : यहाँ लेखपाल बनते ही पत्नी ने अपने पति को पहचानने से किया इनकार, 5 साल पहले ही हुई थी लव मैरिज

गौर हो कि सुदूरवर्ती गांव बलाण की युवती का बीते दिन गांव में ही प्रसव हुआ था, प्रसव के बाद से ही युवती का स्वास्थ्य खराब होने लगा था, लेकिन बीते दिन उसका स्वास्थ्य अधिक बिगड़ गया और वह चलने फिरने तक में असमर्थ हो गई। जिस पर ग्रामीणों ने युवती को अस्पताल ले जाने का निर्माण लिया और आनन-फानन में डंडी कंडी तैयार कर करीब 3 किलोमीटर दूर तय कर रोड तक पहुंचा।

14 जुलाई को होने जा रही पीसीएस प्री परीक्षा को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जारी किए सख्त दिशा-निर्देश

घेस में सड़क भूस्खलन से बंद होने के कारण युवती को कड़ी मशक्कत के बाद भूस्खलन प्रभावित मार्ग को पार कर अन्य वाहन से उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग ले जाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है। लोकसभा चुनावों के दौरान बलाण तक पीएमजीएसवाई के तहत स्वीकृत मोटर सड़क का निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग को लेकर बलाण गांव के मतदाताओं ने चुनाव बहिष्कार किया था। लोगों का कहना था कि अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बाद भी मार्ग का काम शुरू नहीं हो पा रहा है।