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यहां पूर्व सैनिक के साथ हुई मारपीट, यूकेडी ने जताया आक्रोश

पूर्व सैनिक के साथ मारपीट करने वाले गिरफ्तार न हुए तो करेंगे आंदोलन

देहरादून – करीब 20 दिन पहले पूर्व सैनिक के साथ हुई मारपीट के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर उत्तराखंड क्रांति दल ने कड़ा आक्रोश जताया है। यूकेडी ने कहा कि उत्तराखंड में कानून का राज्य खत्म हो गया है। यहां जंगलराज चल रहा है।

पत्रकारों से वार्ता करते हुए यूकेडी के केंद्रीय महामंत्री कर्नल (रि.) सुनील कोटनाला ने कहा कि पिछले माह 29 अक्टूबर को पूर्व सैनिक धर्म सिंह निवासी अमन विहार सहस्त्रधारा रोड के साथ प्रियांशु छाबड़ा और उसके साथियों ने मारपीट की। प्रियांशु ने पूर्व सैनिक धर्म सिंह की कनपटी पर बंदूक भी तानी और जान से मारने की धमकी दी। बेहोशी की हालत में पूर्व सैनिक को कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जल्द नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न हुई तो उत्तराखंड क्रांति दल जन आंदोलन शुरू कर देगा।

पूर्व सैनिक धर्म सिंह ने कहा कि 29 अक्टूबर को वह अपने घर के बाहर कार पार्क कर रहे थे। इसी बीच प्रियांशु छाबड़ा नाम के एक युवक ने उनके साथ बदतमीजी शुरू कर दी और मेरी कनपटी पर पिस्तौल तान दी। इसी दौरान उसके करीब 15-16 दोस्तों ने जानलेवा हमला कर दिया। इन लोगों ने बेल्ट से मेरी पिटाई की। प्रियांशु ने पहाड़ियों को गाली भी दी और कहा कि पहाड़ियों को यहां से खदेड़ देंगे। घटना के बाद मैं बेहोश हो गया था। होश में आने पर मुकदमा दर्ज किया। पुलिस आरोपियों को बचा रही है। पुलिस कह रही है कि आरोपी कहीं भाग गए हैं। वह न्याय की गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं। उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अपराधी किस्म के युवाओं के कारण आसपास का माहौल भी खराब हो गया है।

 

इस मौके पर सैनिक प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रमोद काला, एडवोकेट दीपक रावत, एडवोकेट अभिषेक बहुगुणा

कहा कि अपने ही प्रदेश में मूल निवासी सुरक्षित नहीं है। आये दिन मूल निवासियों के साथ मारपीट की घटनाएं हो रही है। कानून व्यवस्था खत्म हो गई है। अपराधियों के मन में किसी तरह का भय नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जिन सैनिकों ने सरहदों पर देश की सेवा दी, आज वही अपने घरों में सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग हमें कमजोर समझ रहे हैं, उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक अपने ही राज्य में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कानून अपराधियों के साथ खड़ा है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पीड़ित डरे सहमे हैं। ऐसा माहौल पहले कभी नहीं था। इसे हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।