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बसुकेदार में गुलदार के हमले में महिला घायल, दरांती से ताबड़तोड़ वार कर बचाई अपनी जान

बसुकेदार में गुलदार के हमले में महिला घायल, दरांती से ताबड़तोड़ वार कर बचाई अपनी जान

 

 

रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि विकासखंड के अंतर्गत बसुकेदार के नैणी पौंडार गांव में गुलदार ने एक महिला पर हमला कर दिया। जिससे महिला बुरी तरह घायल हो गई परिजनों और ग्रामीणों ने घायल अवस्था में महिला को स्वास्थ्य केंद्र बसुकेदार पहुंचाया, लेकिन हमले के घाव गहरे होने के कारण उन्हें स्वास्थ्य केंद्र अगस्तमुनि ले जाना पड़ा। जहां डॉक्टरों ने उपचार के बाद महिला को खतरे से बाहर बताया है हर तीसरे दिन स्वास्थ्य चेकअप कराने की सलाह दी है। प्रधान संगठन के ब्लॉक उपाध्यक्ष राजेश बिष्ट ने बताया कि अगस्त्यमुनि के नैणी पौंडार में गांव से करीब 200 मीटर की दूरी पर फूलदेई बिष्ट (उम्र 40 वर्ष) पर अचानक गुलदार ने हमला कर दिया. गुलदार ने पहला हमला गले और मुंह पर किया, जिसके बाद बचाव में महिला ने दरांती से गुलदार पर एक के बाद लगातार तीन से चार बार वार किए।

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घायल होने के बाद भी फूलदेई ने हिम्मत नहीं हारी और गुलदार का डटकर सामना किया. ऐसे में वो अपनी जान को बचाने में सफल रही. इसके बाद महिला ने आनन-फानन में घटना की जानकारी अपने पति को फोन पर बताई. जिस पर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और महिला को घायल अवस्था में स्वास्थ्य केंद्र बसुकेदार पहुंचाया गया. जहां से स्वास्थ्य केंद्र अगस्तमुनि रेफर कर उपचार किया गया। घायल होने के बाद भी फूलदेई ने हिम्मत नहीं हारी और गुलदार का डटकर सामना किया. ऐसे में वो अपनी जान को बचाने में सफल रही. इसके बाद महिला ने आनन-फानन में घटना की जानकारी अपने पति को फोन पर बताई. जिस पर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और महिला को घायल अवस्था में स्वास्थ्य केंद्र बसुकेदार पहुंचाया गया जहां से स्वास्थ्य केंद्र अगस्तमुनि रेफर कर उपचार किया गया।

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प्रधान संगठन के ब्लॉक उपाध्यक्ष राजेश बिष्ट ने बताया कि पहले भी गुलदार ने दो बछड़ों और महिला पर जानलेवा हमला किया था. गुलदार के हमले के बाद नैणी पौंडार गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. शाम ढलते ही ग्रामीण घरों में कैद होने के लिए विवश हैं. उन्होंने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।