जंगल की भीषण आग की चपेट मे आने से 2 की मौत, 2 की हालत गम्भीर
अल्मोड़ा : जंगलो की आग अब धीरे- धीरे भयावह और विकराल रूप धारण कर चुकी है लाखों की वन सम्पदा जलकर खाक हो चुकी है लेकिन अब जंगलो की अग्नि धीरे-धीरे लोगों के घरों तक पहुँचने लगी है। जिसकी चपेट मे या तो मवेशी आ रहे है या फिर जो जंगलो की आग बुझाने जा रहे व्यक्ति है वह स्वयं इस भयावह आग मे झुलस्ते हुए नजर आ रहे हैं।आपको बता दें ताजा यह मामला सोमेश्वर विधानसभा सीट के स्यूनराकोट के जंगल का है जहाँ भीषण आग लगी हुई है। तेज हवाओं के कारण गुरुवार को जंगल की आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
ऊधम सिंह नगर : सात वर्षीय बच्ची की मकान के गेट ने नीचे दबकर मौत
वनाग्नि गांव की सीमा की ओर बढ़ने लगी इस बीच जंगल में लीसा निकालने का काम कर रहे चार लीसा श्रमिक आग की लपटों के बीच में फंस गए। आग बुझाने का प्रयास करते करते हुए एक श्रमिक आग की भीषण लपटों की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तीन लीसा श्रमिक गंभीर रूप से झुलस गए हैं इन श्रमिकों को उपचार के लिए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस परिसर में भर्ती कराया गया है।
बॉलीवुड गायिका सुनिधि चौहान ने बिखेरा सुरों का जलवा , पूरी खबर पढ़े
अल्मोड़ा के अस्पताल में इलाज के दौरान एक और श्रमिक ने दम तोड़ दिया। लीसा श्रमिकों के वनाग्नि की चपेट में आने से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। वनाग्नि की इस घटना में दीपक बहादुर नाम के नेपाली श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई है। तीन अन्य श्रमिक ज्ञानेश, तारा और पूजा गंभीर रूप से झुलस गए।
हादसा : रील बनाने के चक्कर मे ट्रेन की चपेट मे आई युवती की गई जान , पूरी खबर पढ़े
अस्पताल में आग से झुलसे हुए तीन लोगों को लाया गया है। ये लोग करीब 90 प्रतिशत से अधिक जल चुके हैं इनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है अस्पताल में बर्न वार्ड नहीं है वहीं इलाज के दौरान एक लीसा श्रमिक ज्ञानेश ने भी दम तोड़ दिया। तारा और पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी भेजा गया है।
More Stories
पिता बनते ही युवक को जाना पड़ा जेल, जानिए क्या है पूरा मामला?
पौड़ी रिखणीखाल में गुलदार की दहशत, 3 दिन बंद रहेंगे स्कूल, डीएम ने जारी किये आदेश
नगर निगम में रीजनल पार्टी का बड़ा प्रदर्शन, नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन