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हृदय गति रुकने से ओंकारेश्वर मंदिर के वेदपाठी का निधन

हृदय गति रुकने से ओंकारेश्वर मंदिर के वेदपाठी का निधन

दिल का दौरा पड़ने से ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ का निधन हो गया। हीरेमठ अपनी मधुर वाणी से बाबा केदार के भजनों को नया रूप दे रहे थे ।

यहाँ सिर्फ एक ही मतदाता ने किया मतदान, विकास नही तो वोट नही पर डटे रहे ग्रामीण

ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। उखीमठ में उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान लोग भावुक हो गए।